एक सवाल चुभा मेरे मन मै
क्या आजादी बिखरी है देश के अगान मै
कल अंग्रेजो का राज था.. आज नेताओं का राज है
देश सिसक सिसक के रोये आज भी
क्या वाकई मै देश आज़ाद है।
माँ बहेनो की लाज उतारी
बच्चो की छिनी किलकारी
लूट मची.. महंगाई सजी कैसा ये आगाज़ है
टुकड़ो मै बाँट दिया हर जिले को
क्या वाकई मै देश आज़ाद है।
हर काम मै मिलावट है
बस ऊपर की ही सजावट है
इन् चोरो के बाज़ार पे क्या आपको नाज़ है
रुको एक बार ज़रा.. रो रही है भारत माता
क्या वाकई मै देश आज़ाद है।
copyright, All Rights Reserved 2013, Richa Gupta
क्या आजादी बिखरी है देश के अगान मै
कल अंग्रेजो का राज था.. आज नेताओं का राज है
देश सिसक सिसक के रोये आज भी
क्या वाकई मै देश आज़ाद है।
माँ बहेनो की लाज उतारी
बच्चो की छिनी किलकारी
लूट मची.. महंगाई सजी कैसा ये आगाज़ है
टुकड़ो मै बाँट दिया हर जिले को
क्या वाकई मै देश आज़ाद है।
हर काम मै मिलावट है
बस ऊपर की ही सजावट है
इन् चोरो के बाज़ार पे क्या आपको नाज़ है
रुको एक बार ज़रा.. रो रही है भारत माता
क्या वाकई मै देश आज़ाद है।
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