कुछ खवाब तेरे मेरे होगये
कुछ जस्बात दिल के बयां होगये
ऐसी सी खुली चाहत तेरी फिजाओं मै
रंगों मई भी नए रंग छाडे
तेरी ही निशानी दिखे मेरी अद्दयों मै।
कुछ बातें जाके मिली तुम्हारे प्यार से
चोट कुछ और गहरी हुई इश्क-इ-इंतज़ार से
आपके ही खवाब मिलेंगे मेरी निगाहों मै
इश कदर दुबे है दुनिया मै तुम्हारी
तेरी ही निशानी दिखे मेरी अद्दयों मै।
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